नेगी जी का गीत कुराण छन भुला।
ये गढ़भूमी पहाड़ मा पुराण छन भुला।।
ये गढ़भूमी पहाड़ मा पुराण छन भुला।।
नेगी जी का गीत रुवांद छन भुला।
देश बटी देवभूमि मा बुलांद छन भुला।।
नेगी जी का गीत हमरी संस्कृती बचांद छन भुला
नेगी जी का गीत भ्रष्ट नेतावों हिलांद छन भुला।
नेगी जी का गीत पहाड़े रिवाज-रीत छन भुला
नेगीजी का गीत तेरा भी मेरा भी मीत छन भुला।
नि ह्वे सकद क्वी गढ़रत्न नेगी जी जन।
ह्वे भी जालू त ऊ नेगी जी का छींट छन भुला।
अतुल गुसाईं जाखी ( सर्वाधिकार सुरक्षित )
देश बटी देवभूमि मा बुलांद छन भुला।।
नेगी जी का गीत हमरी संस्कृती बचांद छन भुला
नेगी जी का गीत भ्रष्ट नेतावों हिलांद छन भुला।
नेगी जी का गीत पहाड़े रिवाज-रीत छन भुला
नेगीजी का गीत तेरा भी मेरा भी मीत छन भुला।
नि ह्वे सकद क्वी गढ़रत्न नेगी जी जन।
ह्वे भी जालू त ऊ नेगी जी का छींट छन भुला।
अतुल गुसाईं जाखी ( सर्वाधिकार सुरक्षित )
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