Thursday 4 May 2017

एक माॅ आज भी सिर्फ इस लिए रोती है...

एक माॅ आज भी सिर्फ इस लिए रोती है कि उस ने बेटी को जन्म दिया है लेकिन जिंदगी की सच्चाई ये है कि एक बेटी ही अपने माॅ बाप के आॅसू पोछती है।
नन्द किशोर हटवाल जन्म 1961 तपौण चमोली गढ़वाल जी एक लेखक के साथ साथ एक अच्छे चित्रकार भी है बेटी और नंदा जात जागर पर उन्होने काफी कवितायें लिखे है। ब्यटुलो मुझे काफी अच्छी लगी और मैने उसे थोडा सा रंग दे दिया।