Sunday 24 July 2016

भाई रमेश हितेषी गढ़वाली एवं कुमाउनी कवी....

हम वेसि कविता लेखुनु

दाज्यू कसि कविता सुणला, तुम बताओ जसि कला हम वेसि कविता लेखुनु। दाज्यू कसि कविता सुणला,
ख़ाली हई गौं कि कविता, या हर ठुल सहरों में पहाड़ियुक् भौत ठुलि कॉलोनिक कविता सुणु। 
टूटी छानी धुरपाई उझड़ि गुठ्यार, या बुकिलू जामी खोइक या भ्यार तेपुर महलुक कविता सुणु।


गणेश खुगशाल 'गणी' जी की कविता 'तेरी आंखि...


Sunita Sharma ji ki kavita uttrakhand Apda


कै दिन सुणी लिया बल फ़ांस खैगे ज़िन्दगी-नरेन्द्र सिंह नेगी


बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ ....

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ (इसका अर्थ है लड़कियों को बचाना और शिक्षित करना) योजना की शुरुआत भारतीय सरकार द्वारा 2015 के जनवरी महीने में हुई। इस योजना का मकसद भारतीय समाज में लड़कियों और महिलाओं के लिये कल्याणकारी कार्यों की कुशलता को बढ़ाने के साथ-साथ लोगों के बीच जागरुकता उत्पन्न करने के लिये भी है। 

राष्ट्र कवी डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी की कविता वे बेरोजगार


Naresh Uniyal ji ki kavita Batu


संदीप रावत "दीप" जी की कविता 'एक लपाग'


Vasundhara Negi lajo ji ki kavita hathan likhyan aakhar


Dharmendra Negi ji ki kavita Bwe...


Harish Juyal Kutaj ji ki kavita Jhail


Dhol Sagar


dinesh Dhyani ji ki kavita Ek daam..


रुमाल पे बनाया मेरा कविता-पोस्टर

रुमाल पे बनाया मेरा कविता-पोस्टर.
इस प्रकार के रुमाल बाजार में आने चाहिये, इस के दो फायदे है एक तो हमारी भाषा का प्रचार- प्रसार होगा और दुसरा हम जैसे कलाकारो को भी रोजगार मिलेगा...

बी. मोहन नेगी जी कविता पलायन पर मेरा कविता-पोस्टर.